तब के जेपी और अब के जेपी सिंह दोनों क्रांतिकारी

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देश में तब सम्पूर्ण क्रांति के रचयिता जेपी यानि जयप्रकश नारायण के बुलंद नारों ने इंदिरा सरकार की जमींन खिसका दी.वो तब के जेपी की सातों क्रांतियां थी और आज के जेपी सिंह यानी जय प्रकाश सिंह कृषि क्रांति कर रहे है. किसानी से मोहभंग हो रहे युवाओं को खेती-किसानी के लिए प्रेरित कर रहे है.

जय प्रकाश सिंह का गृहजनपद यूपी के जिला देवरिया में है और उन्होंने कृषि में ग्रेजुएट करने के बाद किसानों की उन्नति के लिए ICAR और विकास मंत्रालय के लिए बिहार और यूपी में 8 वर्षों तक काम किया.

वर्ष 2008 में किसानों की उन्नति के बारे में कृषि की नई-नई तकनीक अधिक लोगों तक पहुंचे इसके लिए उन्होंने ETV नेटवर्क में पारी की शुरुवात की. ईटीवी में अन्नदाता प्रोग्राम के माध्यम से पूरे देश में किसानों के लिए आधे घंटे का प्रोग्राम का निर्देशन किया जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2015 में कृषि में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित भी किया.

साल 2017 में जगदीश चंद्र के साथ ज़ी मीडिया में लीड करते हुए जी हिंदुस्तान और ज़ी मीडिया के रीजनल चैनलों में कृषि दर्पण और कृषि क्रांति नाम से किसान के हितों और उन्नत्ति के लिए करीब ढाई वर्षों तक शानदार तरीके से प्रोग्राम चलाया. पिछले साल नवम्बर में ज़ी मैनजमेंट के दबाव के कारण उन्हें रिजाइन करना पड़ा.

नयी पारी शुरू करने के बजाय जेपी सिंह अब डीडी किसान चैनल के साथ जुड़कर काम कर रहे है. वो डीडी चैनल के लिए “धरती का अमृत जैविक खेती” और “नई तकनीक नया भारत” नाम से प्रोग्राम का निर्देशन कर रहे है.

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