वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप राय से इंडिया टुडे ग्रुप ने लिखित मांफी मांग ली है, ग्रुप ने अपने X पर लिखा ” दिनांक 30/5/2023 को एक ट्वीट सुबह आठ बजकर बीस मिनट पर प्रकाशित किया गया था। जिसमें लिखा गया था कि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री प्रदीप राय को STF ने पूछताछ के लिए बुलाया है और श्री प्रदीप राय, संजय शेरपुरिया के संबंधी और उसके कंपनी में निदेशक हैं। जो कि सरासर ग़लत था। इस ट्वीट को उसी दिन सुबह दस बजे डिलीट कर दिया गया था। हमारी इसी गलती के कारण हमारे द्वारा यह स्पष्टीकरण दिया जा रहा है। इस ट्वीट के कारण श्री प्रदीप राय जी, उनके परिवार और उनके मित्रों को ठेस पहुँचाने के लिए हम बिना शर्त क्षमाप्रार्थी हैं”
बता दें वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप राय ने आजतक न्यूज़ चैनल की वेबसाइट पर छपे समाचार लेखों से व्यथित होकर आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था, जिसमें दावा किया गया था कि राय ठग संजय राय शेरपुरिया के भतीजे हैं। लेखों में दावा किया गया था कि प्रदीप राय को पूछताछ के लिए स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा नोटिस जारी किया गया था और वह संजय शेरपुरिया के स्वामित्व वाली कई कंपनियों में निदेशक थे।
निचली अदालत ने 26 जुलाई को इस मामले में इंडिया टुडे समूह के चेयरमैन अरुण पुरी, वाइस चेयरमैन कली पुरी, टीवी चैनल्स के प्रबंध संपादक सुप्रिय प्रसाद और प्रबंध संपादक मिलिंद खांडेकर को तलब किया था.
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप राय का कहना था कि समाचार लेख बिना किसी पुष्टि के प्रकाशित किए गए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि लेख में उनकी तस्वीर प्रकाशित की गई
Ayush Kumar Jaiswal,
Founder & Editor
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