मुझे अच्छा लगेगा कि आप इस पोस्ट के बाद पत्रकारिता दिवस की बधाई न दें-रविश कुमार

रवीश कुमारपत्रकारिता दिवस पर अपनी कुछ अयोग्यताओं पर बात करना चाहता हूं। पत्रकारिता एक पेशेवर काम है। यह एक पेशा नहीं है। बल्कि कई पेशों को समझने और व्यक्त करने का पेशा है। इसलिए पत्रकारिता के भीतर अलग-अलग पेशों को समझने वाले रिपोर्टर और संपादक की व्यवस्था बनाई गई थी जो ध्वस्त हो चुकी है। … Read more

जीवन में एक बनारसी दोस्त होना चाहिए-रवीश कुमार

Ravish-Kumar-

तभी इस साल बनारस से आम नहीं आया। साल याद नहीं है। गिनता हूं तो कभी 10 तो कभी 12 हो जाता है। एक दिन प्राइम टाइम के बाद एक नंबर बार बार बज रहा था। उठा लिया। दूसरी तरफ पान से भरे मुंह से कोई शख़्स बात करने लगा। अंदाज़ ऐसा था कि मैं … Read more

रवीश कुमार का जेलर को खत!

Ravish-Kumar-

मनदीप पुनिया की गिरफ़्तारी से आहत हूँ। हाथरस केस में सिद्दीक़ कप्पन का कुछ पता नहीं चल रहा। कानपुर के अमित सिंह पर मामला दर्ज हुआ है। राजदीप सरदेसाई और सिद्धार्थ वरदराजन पर मामला दर्ज हुआ है। क्या भारत में प्रेस की आज़ादी बिल्कुल ख़त्म हो जाएगी ? आज मैंने ट्विटर पर ट्विट किया है। … Read more