By Yash Jaiswal
यह मंदिर अपने अनोखे रूप के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ भगवान हनुमान लेटी हुई मुद्रा में विराजमान हैं।
त्रिवेणी संगम के निकट यह वट वृक्ष (अक्षयवट) स्थित है, जिसे अनादि काल से अमर माना गया है। कहा जाता है कि यहां दर्शन से पापों का नाश होता है।
संगम क्षेत्र में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां महाशिवरात्रि और कुंभ के दौरान विशेष पूजा होती है।
इस मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्तियां स्थापित हैं। यह मंदिर अपनी भव्यता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।