Mahakumbh 2025: अगर पुण्य कमाने तीर्थराज प्रयागराज जा रहे हैं तो इन मंदिरों में जाना न भूलें

By Yash Jaiswal

हनुमान मंदिर (लेटे हुए हनुमान जी)

यह मंदिर अपने अनोखे रूप के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ भगवान हनुमान लेटी हुई मुद्रा में विराजमान हैं।

अक्षयवट

त्रिवेणी संगम के निकट यह वट वृक्ष (अक्षयवट) स्थित है, जिसे अनादि काल से अमर माना गया है। कहा जाता है कि यहां दर्शन से पापों का नाश होता है।

कालेश्वर महादेव मंदिर

संगम क्षेत्र में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां महाशिवरात्रि और कुंभ के दौरान विशेष पूजा होती है।

बालाजी मंदिर

यह मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ है और भगवान बालाजी को समर्पित है।

लक्ष्मी नारायण मंदिर

इस मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्तियां स्थापित हैं। यह मंदिर अपनी भव्यता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

भारद्वाज आश्रम

ऋषि भारद्वाज का यह आश्रम प्रयागराज का ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। 

मनकामेश्वर मंदिर

यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है।

शंकर विमान मंडपम

यह दक्षिण भारतीय शैली में बना मंदिर संगम क्षेत्र में स्थित है। इसकी वास्तुकला बढ़िया है और यह भगवान शिव को समर्पित है।