ब्रजेश कुमार सिंह को मिली बड़ी जिम्मेदारी
वरिष्ठ पत्रकार और News18 ग्रुप के मैनेजिंग एडिटर ब्रजेश कुमार सिंह को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल, Network18 में ब्रजेश कुमार सिंह का कद अब बढ़ा दिया गया है। उन्हें नेटवर्क18 के ग्रुप इंटीग्रेशन और कंवर्जेंस का संपादक बना दिया गया है। वर्तमान में ब्रजेश सिंह ‘न्यूज18 गुजरात’, ‘न्यूज18 बिहार- झारखंड’ के मैनेजिंग एडिटर के तौर पर कार्य कर रहे थे।
दरअसल, डिजिटल मीडिया को केंद्र में रखते हुए न्यूज18 ग्रुप ने आने वाले समय में एक साथ इंट्रीग्रेट करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत पुरे नेटवर्क 18 के चैनल्स को एक साथ डिजिटल को ध्यान में रखते हुए इंट्रीग्रेट किया जाएगा। मैनेजमेंट की ओर से यह जिम्मेदारी ब्रजेश कुमार सिंह को दी गई है और वह एडिटोरियल लीडरशिप और कॉरपोरेट के साथ मिलकर इस योजना को मूर्त रूप देने का कार्य करेंगे। ‘न्यूज18 गुजरात’, ‘न्यूज18 बिहार- झारखंड’ की टीम अब ग्रुप एडिटर (रीजनल) राजेश रैना को रिपोर्ट करेगी।
बता दें कि मैनेजिंग एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के तहत अपनी भूमिका में ब्रजेश कुमार सिंह ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम किया। वह समूह के सभी चैनल्स पर पॉलिटिक्स और अन्य टॉपिक्स को लेकर कार्यक्रम भी किया करते थे। ब्रजेश कुमार सिंह ने ‘जी’ समूह को बाय बोलकर ‘नेटवर्क18’ का दामन थामा था।
ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में 26 साल का अनुभव रखने वाले ब्रजेश कुमार एबीपी न्यूज से पहले ‘जी न्यूज’, ‘आजतक’ और ‘अमर उजाला’ में काम कर चुके हैं, ब्रजेश कुमार सिंह नेटवर्क18 समूह में बतौर ग्रुप कंसल्टिंग एडिटर है, इससे पहले ब्रजेश कुमार को ‘जी मीडिया’ (ZMCL) में अब ग्रुप एडिटर (पॉलिटिकल अफेयर्स एंड स्पेशल प्रोजेक्ट) के पद पर कार्यरत थे। उनका कार्य अब तमाम चैनलों के इंटीग्रेशन और कनवर्जेंस पर भी फोकस करना था, गौरतलब है कि ब्रजेश कुमार सिंह जून, 2017 में ‘जी समूह’ के साथ जुड़े थे। तब वे जी समूह के न्यूज चैनल ‘जी हिन्दुस्तान’ के मैनेजिंग एडिटर के तौर पर आए थे।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान ‘आईआईएमसी’ के 1996 बैच के पूर्व छात्र रहे सिंह ने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत सितंबर, 1996 में हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ से की, जहां एक साल से भी ज्यादा समय तक रिपोर्टर/सब एडिटर के रूप में अपना योगदान दिया। दिसंबर, 1997 में उन्होंने ‘अमर उजाला’ को अलविदा कह दिया और कुछ दिन बाद यानी जनवरी, 1998 में वे ‘जी न्यूज’ आ गए। 1999 में जब ‘जी न्यूज’ का अहमदाबाद ब्यूरो स्थापित हुआ, तब उन्होंने यहां अहम भूमिका निभाई, लेकिन कुछ ही समय बाद जी का रीजनल न्यूज चैनल ‘जी गुजराती’ शुरू हुआ, और वे इसके साथ जुड़ गए और तीन साल से भी अधिक समय तक यहां काम किया। इस दौरान उन्होंने जनवरी, 2001 में आया कच्छ भूकंप, 1999 के लोक सभा चुनाव और गुजरात सूखे समेत कई अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया।
सिंह इसके बाद, जून 2001 में हिंदी न्यूज चैनल ‘आजतक’ के साथ बतौर कॉरेस्पोंडेंट जुड़ गए, लेकिन वे यहां सिर्फ 7 महीने ही रहे और दिसंबर, 2001 में वे फिर ‘जी न्यूज’ लौट आए। इस बार इन्हें चैनल में प्रिंसिपल कॉरेस्पोंडेंट की जिम्मेदारी दी गई और लगभग एक साल तक काम करते रहें और इसके बाद वे ‘एबीपी’ चले गए थे। उन्होंने अहमदाबाद के डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ओपन यूनिवर्सिटी से पीएचडी (मास कम्युनिकेशन) की है।