अगर आप अलग-अलग आदिवासी संस्कृतियों, खान-पान, लोककलाओं के बारे में और जानना-पढ़ना चाहते हैं. और अपनी रिसर्च का लब्बोलुआब वीडियो/ऑडियो/टेक्स्ट फॉर्म में जनता को दिखाना-बताना चाहते हैं. तो आप हमारे साथ कॉन्टेंट प्रोडक्शन में इंटर्नशिप कर सकते हैं.
अगर आप वीडियो एडिटिंग का abc जानते हैं तो आप हमारे साथ जुड़कर अपनी ये स्किल और निखार सकते हैं. आपको बहुत ही सरल तरीके से वीडियो एडिटिंग करवाई जाएगी. आपके पास खुद की वीडियो एडिटिंग स्किल को मांजने के लिए देश भर से कॉन्टेंट मिलेगा एडिट करने के लिए.
अगर आप मार्केटिंग/मैनेजमेंट/पब्लिक रिलेशन के छात्र हैं और कुछ नया करना चाह रहे हैं तो हमारे साथ आइए काम करने. साथ में सखुआ को आगे बढ़ाएंगे.
साथ ही, अगर हिंदी व्याकरण पर आपकी पकड़ अच्छी है तो हमारे साथ कॉपी एडिटिंग में इंटर्नशिप करिए. आदिवासी समुदाय के बेहतरीन किस्से पढ़ने को मिलेंगे रोज. और दूसरों को लिखे में गलतियां निकालकर सुधारने का मौका भी.
अगर आपको आदिवासी समाज से प्रेम है और अगर आप ये सब पढ़ते हुए किसी भी प्रकार का जजमेंट नहीं बना रहे थे, तो आपको जरूर सखुआ के साथ जुड़ना चाहिए.
क्योंकि किसी भी नए काम को नए और ताजा दिलोदिमाग की जरूरत होती है. अगर ये पढ़कर आप मुस्करा रहे हैं तो अपने काम का एक नमूना और अपना resume हमें sakhuaindia@gmail.com पर भेजें.
सखुआ की ओर से आप सभी को जोहार।
Posted by- Shilpi
Ayush Kumar Jaiswal,
Founder & Editor
brings over a decade of expertise in ethics to mediajob.in. With a passion for integrity and a commitment to fostering ethical practices, Ayush shapes discourse and thought in the media industry.
I bought a piece of real hair in total, and it looked more real when I brought it out, but when I took it out, ten people saw that it was really speechless. There were only a few hairs, so I wanted to buy one for 68 yuan. The joke makes everyone laugh. Please don’t buy it. The good comments are all for you to see the real pictures for your reference. The real ones are the same as the fiber wigs. It’s not good at all. Please don’t buy them. No smell at all, it’s fake